Euro की रैली आगे होने वाले ECB मीटिंग से पहले रुक गयी, जो यूरोज़ोन में इंटरेस्ट रेट पर और डिसिशन देगा। हालाँकि कई लोग यह मानते हैं कि मॉनेटरी पालिसी पर कोई फर्क नही पड़ेगा, कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यूरोपियन रेगुलेटर डिपाजिट रेट को और 10 पॉइंट्स से नीचे गिरा देगा, इससे यूरो के ऊपर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। फिर भी, करेंसी की मांग में इज़ाफ़ा होगा, यह औऱ भी होगा अगर ECB €250 बिलियन पौंड से अपने एसेट परचेज प्रोग्राम का विस्तार करता है।
यूरोज़ोन के अर्थव्यवस्था में सुधार के लिये एक नया सहायता पैकेज एक संकेत हो सकता है रिस्की एसेट्स को लॉन्ग पोजीशन में खोलने का। हालाँकि, ECB की होने वाले पूर्वानुमान से यूरो पर नकारात्मक असर पड़ेगा, क्योंकि अर्थशास्त्री यूरोज़ोन में श्रम बाजार और मुद्रास्फीति के दबावों का आकलन करेंगे। रेगुलेटर खराब होते आर्थिक स्थिति पर जरूर ध्यान देंगे, लेकिन इससे एसेट बाईबैक प्रोग्राम में 250 बिलियन से नही बल्कि €500 बिलियन से बढ़ोतरी होगी।
यूरो के विकास में बाधा डालने वाले दूसरे कारणों में EU के अंदर आर्थिक पॉलिसी में मुश्किलें और US और चीन के बीच के मतभेद हैं। यूरो के अभी का रैली का कारण कमज़ोर पड़ता हुआ अमेरिकी डॉलर जिसे अभी अभी देखा गया है, हो सकता है। यह कई अमेरिकी शहरों में चल रहे तनाव के कारण और भी दवाब में आ गया है। अमेरिका में अभी चल रहे दंगे और भारी मात्रा में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हांथो मौत के बाद हुई थी। एक पुलिस वाले ने जॉर्ज के गर्दन को तथाकथित तौर पर 8 मिनट तक अपने घुटने से दबाये रखा था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कानूनी व्यवस्था को बहाल रखने के लिए और नागरिकों को डराने के लिए अलग अलग स्टेट्स में पुलिस की टुकड़ियों को तैनात किया। लेकिन, इसके विफल हो जाने के बाद अमेरिकी प्रेजिडेंट ने कहा वह इन दंगों को रोकने के लिए मिलिट्री को बुलाना जायज नही समझते हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क ग्रैफ भी इस विचार के विरोध में थे।
इसी बीच, अमेरिकी फेड ने कई नगरपालिकाओं के लिये क्रेडिट की पहुँच का विस्तार किया। सभी स्टेट्स खुद से निर्णय करेंगे की आने वाले लेंडिंग प्रोग्राम में कौन कौन से देश कर्ज खरीदने जा रहे हैं, और इनसे लगभग 100 से भी ज्यादा जारीकर्ताओं की मदद होने के आसार हैं।
फेड द्वारा लिक्विडिटी इंजेक्शन से भी अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रभाव पड़ा। US स्टॉक मार्केट अपने प्री-क्राइसिस लेवल पर पहुँच गया है, अमेरिकी लेबर मार्केट और अमेरिकी सर्विस सेक्टर के बिज़नेस एक्टिविटी पर भी सकारात्मक असर पड़ा है।
ADP और Moddy's Analytics के डेटा के अनुसार, रोजगार का दर अभी भी छंटनी के दर से कम है लेकिन हालात में सुधार आ रहे हैं, मई के महीने में अमेरिकी प्राइवेट सेक्टर में नौकरियों की संख्या 2.76 मिलियन से घट गई थी, यह अप्रैल के महीने की 19.6 मिलियन की गिरावट से काफी अच्छा है। काफी हद तक ऐसा माना जा रहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण शुरू होने वाली नौकरी से छंटनी अब कम हो गयी है और बहुत सारे स्टेट पहले की तरह हीं काम पर लौटने वाले हैं, आंकड़ो में धीरे धीरे कमी आयेगी।
मैनुफैक्चरिंग गुड्स के नए आर्डर पर एक रिपोर्ट कल प्रकाशित हुई थी, जिसमें अप्रैल में इंडेक्स में 13.0% की गिरावट आई थी, जिसकी राशि $ 384.3 बिलियन थी। अर्थशास्त्रियों को उम्मीद थी कि इंडेक्स में 12.5% की गिरावट होगी।
अमेरिका के बिज़नेस गतिविधियों की गिरावट में भी कमी आयी है, IHS Markit ने मई के आखिरी PMI को 37.5 पॉइंट्स दर्शाया था, यह पिछले सबसे कम वैल्यू अप्रैल के 26.7 पॉइंट्स से ऊपर था। 50 से ऊपर का वैल्यू ऐक्टिविटी को दर्शाता है वहीं 50 से नीचे का वैल्यू डिक्लाइन को दर्शाता है।
यूरोपियन कमिशन ने कल EU एग्रीकल्चर के पुनर्निर्माण के लिए €24 बिलियन के आवंटन का प्रस्ताव रखा। यह पिछले सप्ताह घोषणा किये गए €750 बिलियन के आर्थिक सहायता का हिस्सा होगा, यह फाइनेंसियल मार्केट से उधार लिया जाएगा। लेकिन, उपरोक्त फण्ड के निर्माण के लिये ढेर सारे अप्रूवल और अलग अलग प्रकार के निर्णय चाहिये, क्योंकि इस प्रक्रिया को पहले यूरोपीय परिषद और यूरोपीय संसद के यूरोपीय संघ के विभिन्न राजनीतिक दलों के पास जाना पड़ता है। यूरोपियन कमीशन इस प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए काफी कार्य कर रहा है लेकिन यह मुद्दा अभी तक वास्तविक चर्चा का विषय नही बना है।
इस प्रोग्राम के अप्रूवल ओर सबसे सक्रिय विवाद उत्तरी और दक्षिणी EU के बीच होने की संभावना है, इस प्लान में खासकर उत्तरी EU देशों के साथ काफी मुश्किल निर्णय लेने पड़ेंगे, जिनके साथ अभी काफी गहरी असहमति है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 500 बिलियन की रकम के बस 40 प्रतिशत हिस्से से स्पेन की अर्थव्यवस्था को बचाया जा सकता है, इससे इस लोन के साइज और ग्रांट्स के शेयर को लेकर काफी सवाल खड़े होते हैं. नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया और स्वीडन ने लंबे समय से इस तरह की योजना का विरोध किया है।
EUR/USD के अभी के टेक्निकल पिक्चर के अनुसार, रिस्की एसेट की मांग में आने वाले ECB मीटिंग से पहले कमी आनी शुरू हो गयी है। सपोर्ट लेवल 1.1190 से ब्रेकआउट होने के बाद मांग में और कमी देखी जा सकती है, इससे कोट्स 1.1120 और 1.104 के निचले स्तर तक पहुंच जायेंगे। 1.1255 के रेसिस्टेंस लेवल से ब्रेकआउट के बाद हीं मांग में रिकवरी देखी जाएगी, इससे स्पेकुलेटर को प्रोत्साहन मिलेगा और 1.1295 और 1.1350 की ऊँचाई पर बुलिश मूवमेंट दिखेगा।